नगर पंचायत में बनी गोशाला दुर्व्यवस्था और लापरवाही का का जीता जागता सबूत है। यहां न तो चारे की और न ही पशुओं के पीने के लिये पानी की समुचित व्यवस्था है। गोशाला के बीच बने गड्ढे में जमा गंदा पानी ही उन्हें मयस्सर है, जिसे पीकर अब तक गोशाला के तीन पशुओं की मौत हो चुकी। इस बाबत जब उपजिलाधिकारी चकिया से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि शासन का आदेश है कि 10 पशुओं की मौत जो जाए तब उनका एक साथ पोस्टमार्टम कराके जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाए। पर खंड में अब तक तीन पशु ही मरे हें इसलिये उनका पंचनामा भरकर अंत्येष्टि की जा रही है।
By Santosh Jaiswal