तिब्बती महिलाओं के साथ मारपीट कर उजाड़ी दुकानें
हरियाणा के बहादुरगढ में आए तिब्बती शरणार्थियों पर लोकल दुकानदारों ने हमला बोल दिया, छेडख़ानी भी की गई
चंडीगढ़। लम्बे समय से अपना देश और घर बार छोड़कर दो पैसे कमाने के भारत आने वाले तिब्बतियों के लिए अब असामाजिक तत्वों के कारण यहां काम करना मुश्किल होगया है। एक ताजा मामले में हरियाणा के बहादुरगढ में आए तिब्बती शरणार्थियों पर लोकल दुकानदारों ने हमला बोल दिया। दुकानदारों की भारी भीड़ ने तिब्बती मार्किट में घुसकर दुकानों को तोड़ दिया। दुकानों की टीन उखाड़ दी। विरोध करने पर शरणार्थी महिलाओं के साथ मारपीट भी की गई। अपनी दुकानें उड़वाने से परेशान महिलाओं की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। रोते हुए पीडि़त महिलाओं ने बताया कि उनकी दुकान उजाड़ दी। उनके साथ मारपीट और छेडख़ानी भी की गई। महिलाओं ने इसकी शिकायत पुलिस को भी दे दी है।
तोडफ़ोड़ और मारपीट की सूचना के बाद पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके से करीब 6 हमलावर दुकानदारों को हिरासत में ले लिया। दुकानदार विष्णु का कहना है कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी। बहादुरगढ के स्थानीय दुकानदार तिब्बती शरणार्थी मार्किट का विरोध कर रहे है।
उनका कहना है कि तिब्बती मार्किट से उनका धंधा मंदा हो जाता है। जबकि तिब्बती शरणार्थी पिछले कई सालों से प्रशासन से प्रमीशन लेकर अपनी दुकानें लगाते है, जबकि लोकल दुकानदार अब दादागिरी पर उतारू है और मारपीट कर तिब्बती शरणार्थियों को भगाने का काम कर रहे है। लोकल दुकानदारों ने पहले बिना स्वीकृति के टैंट लगाकर धरना दिया और फिर तोडफ़ोड़ और मारपीट। फिलहाल पुलिस राजनीतिक दबाव के फोनों के बीच कार्रवाही कर रही है।