सुरक्षा में कोई तब्दीली नहीं एस.आई.टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक्स्ट्रा जुडीशियल कत्ल के मामले को अब हत्या के एक केस में तबदील किया गया है। इस सम्बन्ध में जांच करते हुये सैनी की पत्नी के इस आरोप को नकार दिया कि पूर्व डीजीपी की सुरक्षा वापस ले ली गई है जिससे उसकी जान को ख़तरा है। प्रवक्ता ने कहा कि डीजीपी दिनकर गुप्ता को लिखी चिट्ठी में सैनी की पत्नी के द्वारा जो दावा किया गया था, उसके उलट सुरक्षा, वाहनों और अन्य साधनों में कोई तबदीली नहीं की गई। सुरक्षा बक्से और जैमर वाहन समेत पूर्व पुलिस प्रमुख को जैड प्लस श्रेणी मुहैया करवाई गई, जो कि राज्य सरकार की सुरक्षा है।
अपनी सुरक्षा को खतरे में डाल रहे प्रवक्ता ने कहा कि मामले की हकीकत यह है कि सैनी चण्डीगढ़ स्थित अपने आवास से पंजाब पुलिस के सुरक्षा कर्मचारियों और सुरक्षा वाहनों के बिना और जैमर वाहन को अपने आप ही छोड़ कर कहीं बाहर चले गए हैं और ख़ुद ही अपनी सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। इसके अलावा, जैमर वाहन और सुरक्षा वाहन अभी भी उनके आवास के बाहर खड़े देखे जा सकते हैं, जहाँ सुरक्षा कर्मचारी उनकी वापसी का इन्तज़ार में अपना समय गुज़ार रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार सैनी को मौजूदा खतरे के मूल्यांकन के मुताबिक उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह संजीदा है।