डाॅ गांधी ने बताया कि उन्होंने गुरूवार को केन्द्रीय गृृहमंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में तुलाकात कर पंजाब में व्याप्त ड्रग की समस्या पर विचार-विमर्श किया और सुझाव दिया कि केमिकल ड्रग से बचने के लिए अफीम की खेती और सरकार द्वारा अधिकृृत दुकानों से अफीम की बिक्री की अनुमति दी जाए। डाॅ गांधी के अनुसार राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि पंजाब सरकार इसके पक्ष में कोई प्रस्ताव भेजती है तो उस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अब गेंद पंजाब सरकार के पाले में है। डाॅ गांधी ने कहा कि हाल में मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि यदि वे केन्द्र सरकार से अफीम की खेती व इसे सरकार अधिकृृत दुकानों से बेचने की अनुमति ले आते हैं तो पंजाब सरकार इस पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि अब जबकि केन्द्र सरकार ने अपना फैसला पंजाब सरकार पर ही छोड दिया है तो मुख्यमंत्री को तुरन्त अपना फैसला करना चाहिए।
पंजाब मेें हो रही है ड्रग के कारण मौंते
उल्लेखनीय है कि पंजाब में पिछले मई माह से ड्रग सेवन करने वाले युवाओं की मौत ड्रग डोज से हो रही है। यह सिलसिला लगातार जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि मौतें ड्रग डोज से ही हुई है। संदेह यह किया जा रहा है कि हेरोइन में किसी केमिकल की मिलावट से डोज जानलेवा हो गया है। डाॅ गांधी अरसे से प्राकृतिक नशे को कानून से मुक्त करने की मांग करते आ रहे है। उनकी दलील है कि जिन देशों में एनडीपीएस एक्ट जैसे कानून नहीं हैं वहां नशा करने वाले कम है।