कडाही में छुपा रखा था ड्रग्स
खाख के अनुसार श्री गंगानगर का दविंदर उर्फ देव स्मगलिंग की दुनिया में बडा नाम है। प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो इस पर कडी नजर रखे हुए थे। पंजाब पुलिस की कउंटर इंटेलीजेंस विंग और जालंधर जिला देहात पुलिस ने मिलकर इस आॅपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस ने करीब पौने पांच किलो महंगी ड्रग केटामइन एवं छह किलो अफीम बरामद की है। ये ड्रग्स सात बडी लंगर बनाने के काम आने वाली कडाहियों में छिपाकर रखी गई थी। पकडे गए स्मगलरों में 68 वर्षीय देव के अलावा 45 वर्षीय अजीत सिंह पुत्र हरजिंदर सिंह निवासीजैतेवाली थाना पातरा जालंधर,42 वर्षीय तरलोचन सिंह पुत्र हरजिंदर सिंह निवासी जैतेवाली,50 वर्षीय गुरबख्श सिंह पुत्र परगट सिंह निवासी कत्थे थाना भुलोवाल जिला होशियारपुर शामिल है।
मिठाई के डिब्बों में छिपाकर भेजा था ड्रग्स
खाख के अनुसार ये सभी स्मगलर निशान मिक्रा और निशान टेरेनो कारों में ड्रग्स कडाहियों में छिपाये हुए कनाडा भेजने के लिए प्राइवेट कौरियर कम्पनी को बुक करवाने जा रहे थे। शुरूआती जांच में पता चला है कि पिछले साल भारत यात्रा पर आए कमलजीत चौहान ने इन स्मगलरों के साथ सौदा तय किया था। उसने केटामाइन व अफीम कनाडा भेजने को कहा था। कमलजीत चौहान ने यह तय किया था कि चारों स्मगलर केटामाइन और अफीम लाकर उसे देंगे और वह अपने कूरियर के जरिए खेप कनाडा भेजेगा। परीक्षण के तौर पर इस तरह छह किलो और चौदह किलो अफीम की दो खेप भेजी गई थीं। मिठाई के डिब्बों में बंद कर ये खेप कमलजीत को जालंधर बस अड्डे पर उसके एक आदमी के जरिए भेजी गई थीं। अब उस आदमी की तलाश भी की जा रही है।
अफीम के साथ केटामाइन भेजने की थी तैयारी
अफीम की दो खेप सफलतापूर्वक भेजने के बाद कमलजीत ने जीत व देव को कहा था कि अब अफीम के साथ महंगी केटामाइन भी भेजी जाए। इस बार महंगी केटामाइन को छिपाने के लिए अजीत सिंह जीत ने मलेरकोटला से 14 कडाहियां खरीदी थीं। इन कडाहियों में दो के बीच में ड्रग्स रखकर उन्हें वैल्डिंग से इस तरह जोडा गया कि वे एक दिखाई दें। अफीम मध्यप्रदेश व केटामाइन उत्तर प्रदेश के रामपुर से खरीदी गई थी। अजीत सिंह उर्फ जीत ने इसमें अपने भाई ट्क चालक भाई तरलोचन सिंह व चचेरे भाई गुरबख्श सिंह को भी जोड़ लिया था।
इन राज्यों में भी फैला रखे थे तस्कर गैंग ने अपने पैर
ये खेप पहले जालंधर के जालंधर के शेखा बाजार स्थित श्री देव कूरियर को ले जाया गया था लेकिन कमलजीत ने इसे वापस ले आने को कहा। इसके बाद फर्जी आईडी से दूसरी कूरियर कम्पनी पर इसे बुक किया गया। स्मगलर देव को 2011 में भी इंटरनेशनल ड्रग तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। इसने स्मगलिंग के पैसे से जयपुर में 6000 वर्ग फीट का प्लाजा एवं अन्य सम्पत्तियां खरीदी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने इसे सील कर दिया है। देविंदर निरवाल देश और विदेश में ड्ग तस्करी करता है। वह कनाडा और दुबई के अलावा देश में महाराष्ट्र,राजस्थान,गोआ को स्मगलिग करता है। इसने जयपुर से पांच क्विंटल कैटामाइन कंटेनर में गुजरात के कांडला बंदरगाह के जरिए कनाडा भेजी थी। अजीत सिंह जीत हेरोइन तस्कर है।