सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु के तेनी जिले में 14 साल के बच्चे को 15 मई को दोपहर 3.15 बजे तेनी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले 12 मई को बच्चे का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद 30 मिनट यानी 3.45 बजे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, इस लहर में कम उम्र के बच्चों के साथ नवजात शिशुओं में भी संक्रमण मिला है। इन बच्चों में तेज बुखार और निमोनिया जैसे गंभीर लक्षण देखे जा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है।
कोविड-19 निमोनिया का इलाज
वैसे तो अभी तक दुनियाभर में कोविड-19 का कोई स्पष्ट या विशिष्ट इलाज विकसित नहीं हो पाया है इसलिए मरीज के लक्षणों के आधार पर ही उसका इलाज किया जाता है। बावजूद इसके कई अलग-अलग तरह की दवाइयों और संभावित थेरेपीज की मदद से मरीजों का इलाज हो रहा है।
क्या रखे ध्यान
बच्चों को बाहर नहीं निकलने दें। मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। आस-पडौस के बच्चों के साथ नहीं खेलने दें। बच्चों को हैल्दी डाइट दें। बच्चा प्रॉपर नींद लें इसका ध्यान रखे। बार-बार हाथ धुलवाएं। कोरोना का नया वेरिएण्ट बच्चों को संक्रमित कर रहा है। सावधानी एवं कोरोना एप्रोप्रिएट बीहेवियर का उपयोग कर बच्चों को भी इस लहर में संक्रमित होने से बचा सकते है।