इस अवसर पर ध्वजारोहण के उपलक्ष्य में बेंगलूरु, चेन्नई सहित अनेक जगहों से श्रद्धालुओं को लाने के लिए 15 जून को प्रात: बसों की व्यवस्था की गई है। बसों की जिम्मेदारी कन्हैयालाल ओस्तवाल, किरणकुमार चोपड़ा, चन्दूलाल गांधी, हस्तीमल देसरला, प्रकाशचन्द लोढा, महेन्द्र धारीवाल को दी गई है। इस त्रिदिवसीय ध्वजारोहण महोत्सव का समापन विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ 16 जून को होगा।
शक्तिपीठ धाम के संकेश जैन ने बताया कि 14 जून को सवेरे 10 बजे से कुंभ व दीपक स्थापना के साथ विभिन्न कार्यक्रम आरंभ होंगे। शाम 7 बजे से मां पद्मावती की शुक्रवार महाआराधना कथा की भव्य नाट्य प्रस्तुति उज्जैन के 40 कलाकारों द्वारा दी जाएगी। अगले दिन सभी मंदिरों में 17 भेदी महापूजन सहित नूतन ध्वजारोहण विधान होगा एवं शाम 7 बजे श्री नाकोडा भैरव की महिमा पर नाट्य प्रस्तुति दी जाएगी। अंतिम दिन दोपहर १२ बजे से श्री वृहद शांति स्नात्र महापूजन होगा एवं शाम को भव्य भक्ति संध्या होगी जिसमें प्रतापगढ़ के संगीतकार दीपक करणपुरिया एवं पार्टी भक्तिगीत पेश करेगी। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पारस चैनल पर होगा।