–विलय को लेकर अगले साल लिया जाएगा निर्णय
इन स्कूलों के विलय को लेकर अगले साल निर्णय लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री के.ए. सेंगोट्टयन ने कहा था कि पांच से कम बच्चों के साथ संचालित हो रहे स्कूलों पर राज्य सरकार द्वारा १० लाख खर्च किया जाता है। एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने बताया कि राज्य में २४ हजार ३२१ सरकारी स्कूलों का संचालन होता है जिसमें से 1 हजार 531 स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 10 से भी कम है। इस साल बिना विद्यार्थी के ५० स्कूलों को पुस्तकायल में परिवर्तित भी किया गया है।
शिक्षकों का कहना है कि कक्षा और शिक्षकों की कमी समेत अन्य कारणों से दिन पर दिन विद्यार्थियों की संख्या कम होती जा रही है। ऐसे में स्कूलों के विकास के लिए लंबी योजना बनाने की जरूरत है। अगर राज्य सरकार द्वारा स्कूल में पांच कक्षा, पांच विषय के शिक्षक, साफ सुथरे बाथरूम, मैदान और परिवहन की सुविधा प्रदान की जाए तो विद्यार्थियों की संख्या अपने आप ही बढ़ जाएगी। एक दूसरे शिक्षक ने कहा कि अभिभावक भी जिन स्कूलों में दो या एक शिक्षक होते है उन स्कूलों में दाखिला कराने से कतराते हैं।