विधानसभा चुनाव से पहले अपने पति और अखिल भारतीय समथुवा मक्कल कच्ची नेता शरतकुमार के समर्थन में काम करना चाहती हैं। तुत्तुकुडी में पार्टी की छठी आम बैठक में बोलते हुए राधिका ने कहा कि तमिलनाडु में बदलाव का समय आ गया है। अभी नहीं तो कभी नहीं? तमिलनाडु निश्चित रूप से इस बार बदलाव का गवाह बनेगा। मैं तमिलनाडु के लोगों की सेवा करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी।
समथुवा मक्कल कच्ची सभी धर्मों और जाति के लोगों के लिए है। एक पार्टी के रूप में हम 14वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हमें इस बार बदलाव लाना चाहिए, हमें पार्टी को और मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
डीएमके और एआईएडीएमके प्रमुख दल सोच रहे हैं कि वे पैसे की मदद से चुनाव जीत सकते हैं, आपको ऐसा नहीं होने देना चाहिए। अगर मेरे पार्टी के नेता चाहते हैं, तो मैं आगामी चुनाव लड़ूंगी। कुछ लोगों ने कहा कि मुझे कोविलपट्टी या वेलचेरी में चुनाव लडऩा चाहिए, मैं अपने नेता की जो भी इच्छा होगी, मैं अपने नेता के लिए लड़ूंगी। विजय हमारा एकमात्र लक्ष्य है।