टे्रवल एजेंटों का कहना है कि फ्लाइट टिकटों के दाम न बढऩे का कारण कोरोना महामारी और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन है। चेन्नई से दूसरे शहर जाने के लिए फ्लाइट टिकट के दाम पहले की तरह सामान्य है, चेन्नई से बेंगलूरू के लिए 1800-2000 रुपए के बीच चार्ज किया जा रहा है, वहीं मुम्बई के 3000-3800 रुपए और दिल्ली के लिए 4000-4500 रुपए तक टिकट उपलब्ध है। हालांकि एयर टै्रफिक में सुधार हुआ है, लेकिन कोरोना माहामरी के कारण अभी वहीं लोग हवाई यात्रा कर रहे है जिन्हें बहुत ज्यदा जरूरी है। एजेंट का कहना है कि केवल व्यापार, आपात स्थिति और चिकित्सा कारणों से लोग यात्रा कर रहे हैं।
कोरोना के नए स्टे्रन का भय
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया से जुड़े शाहुल हमीद ने कहा कि इसका एक प्रमुख कारण यह है कि कई राज्य सरकारों के नए साल की पूर्व संध्या पर सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिए है। तमिलनाडु सरकार ने भी नए साल के जश्र पर रोक लगा दिया है, ऐसे में दूसरे शहर से कोई यहां नहीं आएगा। यहां तक कि रिसॉर्ट में रहने वाले लोग एक साथ पार्टी नहीं कर सकते हैं और जिन्होंने रिजेर्वेशन कराया था, उन्हें 10 बजे से पहले चेक करना होगा। इसके अलावा, लोग कोविड-19 के नए स्टे्रन से अधिक सतर्क है।
क्या है किराए में गिरावट की वजह
अगर ट्रैवल जानकारों की माने तो एयरलाइंस की क्षमता बढऩे के साथ-साथ प्रतिस्पर्धा की वजह से फ्लाइट टिकटों के किराए में मांग बढऩे के बावजूद बढ़ोतरी नहीं की गई। यहीं नहीं एयरलाइंस के साथ-साथ ट्रेवल बुकिंग प्लेटफॉर्म के बीच भी प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है, जिनका फायदा लोगों को हो रहा है।