यहां पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि कई पोलिंग बूथ में उनकी पार्टी को एक भी वोट नहीं मिला। प्रत्येक पोलिंग बूथ में हमारे चार एजेंट थे। उनके वोट कहां गए? कम से कम तीन सौ ऐसे बूथ हैं जहां हमें एक भी वोट नहीं मिला है। हमारे एजेंटों के वोट के बारे में निर्वाचन आयोग को ही जवाब देना चाहिए।
लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव के नतीजों से जुड़े प्रश्न पर आर. के. नगर विधायक का जवाब था कि हम जनता के आदेश का सम्मान और दिल से स्वीकार करते हैं। हमें बड़ी जीत की उम्मीद थी लेकिन नसीब नहीं हुई। दस जनों के पार्टी छोडऩे से एएमएमके को कोई नुकसान नहीं होने वाला है।
एआईएडीएमके में ‘स्लीपर सेल’ को लेकर उनकी प्रतिक्रिया थी कि विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग होती है तो उनकी पहचान स्वत: सामने आ जाएगी। उनकी पार्टी छोड़कर डीएमके में शामिल हुए सेंथिल बालाजी जो अरवाकुरिची विधानसभा उपचुनाव जीते हैं पर दिनकरण ने चुटकी ली कि भले ही वे इसे अपनी समझदारी मानते हों लेकिन चुनाव दर चुनाव जनता की सोच बदलती रहती है।