गोली चलाने की वारदात मंगलवार को हुई जब कदीरवन की मां काशीअम्माल (६७) गांव में नए बने घर में रह रही थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कदीरवन ने दस साल पहले फौज में भर्ती हुआ था और वह मध्य प्रदेश में काम कर रहा था। वह सात मार्च को ही अपने आला अधिकारियों से मिलने चेन्नई आया था। आला अधिकारियों से मिलने के बाद वह आठ मार्च को अपने पैतृक गांव गया था।
उसका गांव में खुद का मकान है। उसने सात साल पहले विवाह किया था लेकिन विवाह के एक साल बाद ही वह पत्नी से अलग हो गया था। सोमवार रात को वह अपनी मां के घर गया और जायदाद अपने नाम पर लिखने को कहा लेकिन मां काशीअम्माल ने संपत्ति उसके नाम करने से इनकार कर दिया। उसकी इच्छा थी कि जमीन उसके दोनों बेटों के नाम बराबर बंटे।
पुलिस ने बताया कि वह मंगलवार सुबह दोबारा अपनी मां से मिलने गया और जमीन अपने नाम करने को कहा लेकिन मां ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। वह क्रोधित होकर अपने घर गया और डबल बैरल गन लेकर आया और घर की खिड़की से काशीअम्माल के सिर पर गोली चला दी लेकिन काशीअम्माल किसी तरह बचकर निकल गई।
गोली की आवाज सुनकर पड़ोसी उसके घर की ओर दौड़े। पड़ोसियों को आते देख वह वहां से भाग निकला।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को जांच के बाद पता चला कि उसने केवल अपनी मां को डराने के लिए डम्मी राउंड गोली चलाई थी।
पुलिस ने गांव में एक सुनसान जगह से कदीरवन को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से बंदूक जब्त कर ली। हालांकि उसने लाइसेंस गन से संपत्ति हड़पने के लिए डम्मी गोली चलाई थी जो अपराध के तहत आती है। कदीरवन के भाई सरवणन ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने घटना के बारे में आर्मी को सूचना दे दी है।