इस मौके पर उन्होंने अपने अभिभाषण में छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए जिंदगी में नए आयाम स्थापित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा हमारी पढ़ाई का उद्देश्य केवल खुद को प्रोफेशनली सेटल करना नहीं बल्कि एक अच्छा व्यक्तिव बनाना है जिससे समाज में बेहतर उदाहरण पेश कर सकें। इस मौके पर कॉलेज के सचिवअभय कुमार श्रीश्रीमाल, अशोक कुमार मेहता, प्रिंसिपल डा. बी. पूर्णा समेत कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
ट्रिपल तलाक पर केंद्र के अध्यादेश का विरोध
पीएमके संस्थापक एस. रामदास ने शुक्रवार को ट्रिपल तलाक पर केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध करते हुए कहा कि आगे चल कर यह मुस्लिम महिलाओं के लिए ज्यादा परेशानी पैदा करेगा। उन्होंने कहा उनकी पार्टी ट्रिपल तलाक पर लगे प्रतिबंध का समर्थन करती है, लेकिन पार्टी द्वारा इसे दंडनीय अपराध बनाने का समर्थन नहीं किया जाएगा। यहां जारी एक विज्ञप्ति में रामदास ने कहा केंद्र सरकार को इस मामले में मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बातचीत कर सर्वसम्मति के बाद ही किसी प्रकार के अध्यादेश को मंजूरी देनी चाहिए अन्यथा मुस्लिम महिलाओं की समस्याओं को सुलझाने के बजाय परेशानी उत्पन्न होगी।
उन्होंने कहा मुस्लिम महिलाओं की गरिमा, सम्मान और आजीविका की रक्षा को ध्यान में रखते हुए कानून बनाया जाना चाहिए। इसको ध्यान में रखते हुए लाए गए अध्यादेश को रद्द कर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ परामर्श कर अलग से कानून बनाना चाहिए। उन्होंने कहा पाकिस्तान सहित २२ देशों ने ट्रिपल तलाक पर प्रतिबंध लगाया है लेकिन किसी भी देश ने इसे अपराध नहीं बनाया है। ऐसे में मैं जानना चाहता हूं कि भारत में ऐसा क्यों किया जा रहा है?
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा बुधवार को अध्यादेश लाया गया था, जिस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने हस्ताक्षर करते हुए तीन तलाक बोलने पर प्रतिबंध लगाते हुए इसे दंडनीय अपराध बना दिया था।