पुलिस सूत्रों ने बताया कि दरअसल, चेन्नई में कुछ जालसाज एटीएम मशीन की पॉवर सप्लाई बंद कर उससे पैसे निकाल कर बैंक से भी उतनी ही धनराशि रिफंड करा लिया। 16 नवम्बर को वारदात हुई थी लेकिन गुरुवार को मामले की शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस मामला दर्ज कर एटीएम के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर दो आरोपियों की पहचान की है। बताया जा रहा है कि जिस खाता से लेन-देन हुआ वह हरियाणा का है।
ऐसे मामला प्रकाश में आया
जालसाजों ने 16 नवम्बर को एटीएम से करीब 1.20 लाख रुपए कैश निकाले हैं, लेकिन इस ट्रांजेक्शन का एटीएम से लेकर बैंक के कंप्यूटरों तक, कोई रिकार्ड ही नहीं है। किसी खाते में कोई ट्रांजेक्शन नहीं दिखा रहा है, लेकिन एटीएम से इतना कैश कम हो गया है।
इससे बैंक में हडक़ंप मच गया। चूंकि पैसे निकलने का रिकार्ड ही नहीं है, इसलिए बैंक प्रबंधन भी हैरान हैं। एटीएम में कैश कम होने के बाद जब बैंक ने अपनी तकनीकी कमेटी से जांच करवाई, तब खुलासा हुआ कि पैसे निकाले तो गए हैं, लेकिन वास्तविक रूप से ट्रांजेक्शन को ही फेल कर दिया गया है।
आसान तरीके से दिया चकमा
इस गिरोह ने एटीएम के साथ ठगी हाईटेक तरीके से नहीं, बल्कि आसानी से कर डाली। दरअसल, वे एटीएम में पूरा ट्रांजेक्शन ठीक उसी तरह करते हैं, जिस तरह आम लोग कार्ड लेकर पैसे निकालने जाते हैं। कार्ड स्वाइप करने के बाद पूरी प्रक्रिया के बाद वे रकम अंकित कर देते हैं। जैसे ही मशीन पैसे काउंट करना शुरू करती है, आरोपी एटीएम का मेन स्विच ऑफ कर देते हैं।
इससे काउंट होने के बाद पैसे निकल जाते हैं, लेकिन एटीएम का ट्रांजेक्शन रिकार्ड में नहीं आता, बल्कि स्क्रीन पर ट्रांजेक्शन एरर डिस्प्ले होने लगता है। इस बीच, ठग बाहर निकला पैसा लेकर चले जाते हैं।