गीता से व्यक्तित्व के विकास में मदद मिलेगी
प्रोग्राम के लर्निंग के नतीजों पर कहा गया है कि गीता के अध्ययन से विद्यार्थियों को उनके व्यक्तित्व के विकास में मदद मिलेगी। साथ ही वे अपने जीवन में बड़े लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे। इस संबंध में कुछ शिक्षकों कहना है कि अकेले गीता पढ़ाने की बात करना, हिन्दू धर्म को थोपना है। आदर्श रूप से विश्वविद्यालय को सभी दर्शन की पुस्तकें देनी चाहिए। इस संबंध में विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि यह कोर्स अनिवार्य नहीं है। यह दर्शन के विषय का हिस्सा है। भारतीय संविधान जैसे विषयों के साथ विद्यार्थी इस कोर्स का अध्ययन कर सकते हैं। यदि वे इसको चुनते हैं।