एक स्वीकृत ब्रेन डेथ सर्टिफिकेट और परिवार के गहन परामर्श के बाद वे कुछ व्यक्तियों के जीवन को बचाने के लिए उनके अंग दान करने पर सहमत हुए। सेलम में विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा दुर्घटना पीडि़तों के दिल और फेफड़ों को निकाला गया और दोनों अंगों के परिवहन के लिए सेलम और चेन्नई में एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।
एमजीएम हेल्थकेयर के अनुसार, अंगों को सेलम से एयरलिफ्ट किया गया और हेलीकॉप्टर का उपयोग कर दो घंटे से भी कम समय में चेन्नई ले जाया गया। एमजीएम हेल्थकेयर के विशेषज्ञों ने गंभीर रूप से बीमार मरीजों को नया जीवन देने के लिए जीवन रक्षक सर्जरी की। दोनों मरीज स्थिर हैं और किसी भी संक्रमण से बचने के लिए सभी आवश्यक कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सर्जरी की गई। उसके बाकी अंगों को दूसरे अस्पतालों में भेज दिया गया।