यदि गौर से देखा जाए तो यह समस्या सिर्फ लीलावती की ही नहीं बल्कि इस बस टर्मिनस से आवाजाही करने वाले हजारों यात्रियों की है जो पिछले तीन साल से बगैर बस टर्मिनस के आवाजाही करने को विवश हैं क्योंकि बस टॢमनस में बसें मेट्रो कार्य के चलते अंदर जाती ही नहीं हैं।
अन्य परेशानी यह है कि तिरुवत्तीयूर बस टर्मिनस के पास चल रहे मेट्रो रेल के एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य भी मंथर गति से चल रहा है। यहां मेट्रो कार्य में प्रगति के चलते इस बस टर्मिनस से बसों का परिचालन बंद कर दिया गया है। यही कारण है कि यहां से आवाजाही करने वाले यात्रियों को सड़क पर ही खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है।
यात्रियों का कहना है अन्य उपनगरों से आने वाली बसें सीधे तिरुवत्तीयूर बस डिपो जाती हंै, क्योंकि बस टर्मिनस में मेट्रो रेल निर्माण कार्य में इस्तेमाल हो रही भारी मशीनरी रखी हुई है। बस टर्मिनस का आधा भूखंड सीएमआरएल के कर्मचारी उपयोग में ले रहे हैं। ऐसे में यहां पर बसों की पार्किंग की जगह बिलकुल नहीं है जबकि इस बस टर्मिनस से दर्जनों रूटों की बसों का आवागमन होता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां डिपो के अलावा सड़क की चौड़ाई भी कम है जिससे बसों को सड़क पर पार्क करना मुश्किल है।
यात्रियों की शिकायत है कि बस टर्मिनस को बंद कर देने से जहां यात्रियों को बसों की आवाजाही के समय का पता ही नहीं चलता, जिससे उनका इंतजार भी लंबा होता है। दूसरे छाया का इंतजाम नहीं होने से यात्रियों को यत्र-तत्र खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। एक यात्री वासुदेवन ने बताया कि तिरुवत्तीयूर हाई रोड पर दोनां तरफ मेट्रो निर्माण सामग्री रखी हुई है, एलिवेटेडे कॉरिडोर का कार्य तेजी से चल रहा है। हर जगह निर्माण सामग्री फैली होने के कारण यात्रियों को सड़क पर आवाजाही में मशक्कत करनी पड़ती है। एक अन्य यात्री निर्मला का कहना था कि बस टर्मिनस बंद होने से बच्चों के साथ बस का इंतजार करना बेहद कठिन होता है क्योंकि सड़क बिलकुल सिकुड़ गई है। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही अधिक होने के कारण निर्माण सामग्री फैली होने से पैदल राहगीरों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
एक कामकाजी महिला डायना क्रिस्टोफर की शिकायत थी कि तिरुवत्तीयूर बस टर्मिनस से संचालन बंद होने से सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को होती है। इसका कारण है वहां बैठने की जगह और शौचालय सभी को बंद कर दिया गया है। ऐसे में टर्मिनस के बाहर बसों का इंतजार करना बहुत खलता है।