बड़ा टर्मिनस होने के कारण यहां यात्रियों का आवागमन भी अधिक है जिससे दिनभर में चारों ओर भारी मात्रा में कचरा भर जाता है जो हवा के साथ इधर-उधर फैल जाता है। अंदर के दुकानदार अपनी दुकानों का कचरा इक_ा कर कचरा पात्रों में भर देते हैं। विडम्बना यह है कि कचरापात्र पूरे भरने के बाद उनका कचरा नीचे फैल जाता है लेकिन निगमकर्मी उनको खाली ही नहीं करते जिससे उससे बदबू आने लगती है जिससे टर्मिनस में यात्रियों का खड़ा रहना दूभर हो जाता है।
जाहिर बड़ा बस टर्मिनस है तो अतिक्रमण भी अधिक ही होगा। टर्मिनस में बस शेल्टरों के बीच यात्रियों के बैठने एवं खड़े रहने के लिए बनी पट्टी पूरी तरह अतिक्रमियों के कब्जे में है। इसके कारण यात्रियों का इधर से उधर जाना भी मुश्किल हो जाता है। यहां तक कि यात्रियों के बैठने की बैंचें भी अतिक्रमियों की सामग्री से घिरी रहती है। वे अपना सामान पूरी पट्टी पर फैला देते हैं। आलम यह है कि बारिश आने पर यात्रियों को पानी से बचाव के लिए भी जगह मयस्सर नहीं हो पाती। उनको खड़े रहकर ही बसों का इंतजार करना होता है। बैठने की जगह भी नहीं मिलती।
हालांकि गत कई वर्षों से इस टर्मिनस के पूर्वी हिस्से में हाईकोर्ट मेट्रो स्टेशन एवं लाइन का निर्माण कार्य चल रहा था जिससे इसके पूर्वी हिस्से से बसों का आवागमन बंद कर दिया गया था। साथ इसके अंदर की हालत भी जीर्ण-शीर्ण हो गई थी। यात्रियों का मानना था कि मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन महानगर के अन्य प्रमुख बस टर्मिनसों की तरह इस बस टर्मिनस के रखरखाव पर ध्यान देगा, और इसकी हालत सुधार देगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मेट्रो का निर्माण कार्य पूरा हो गया और मेट्रो ट्रेनें भी दौडऩे लग गई लेकिन कॉर्पोरेशन का ध्यान अभी तक इस ओर गया ही नहीं। यही कारण है कि बस टर्मिनस के परिसर में चारों ओर कचरा पसरा रहता है और कचरापात्र का कचरा कई दिन तक खाली नहीं होता। इससे ऐसा लगता है ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन इस बस टर्मिनस के प्रति पूरी तरह उदासीन बना हुआ है।
यहां गौरतलब है कि ब्रॉडवे बस टर्मिनस महानगर का दूसरा सबसे बड़ा बस टर्मिनस है। चेन्नई मफलिस बस टर्मिनस (सीएमबीटी) से पहले यही सबसे बड़ा बस टर्मिनस था जहां पूरे शहर के लिए बसों का आवागमन होता है। यहां से सैकड़ों रूटों की बसें निकलती और आती हैं, बावजूद इसके इस टर्मिनस की सफाई के प्रति ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन की अनदेखी चिंताजनक प्रतीत हो रही है। टर्मिनस के सभी प्लेटफार्म जहां बसें लगती हैं वहां भी कचरा फैला रहता है।