चौकानें वाली बात यह है कि चेन्नई में अबतक 7672 कोरोना के मामले आ चुके है, चेन्नई के केवल दो जोन रायपुरम में 1423 और कोडम्बाक्कम जोन में 1137 कोरोना के मामले सामने आए है लेकिन सडक़ पर जाम और खुली दुकानें देखकर ऐसा लगता कोरोना पर विजय पा लिया हो।
ना अपनी जान की फिक्र और न ही संक्रमण का खतरा। लोग सुबह से अपने काम-काज के लिए घरों से ऐसे निकल रहे है जैसे मानों उन्हें कोरोना वायरस का कोई डर ही नहीं है। इसके बाद तिरुविका नगर में 900 और तैनाम्पेट जोन में 822 मामले है लेकिन सरकार को कोई फिक्र नहीं है। पुलिस भी सख्ती करने में नाकाम दिख रही है। यातायात पुलिसकर्मी की भी जाम संभालने में हालत खराब हो रही है।
चेन्नई के 14वां जोन पेरुंगुडी में सबसे कम 96 कोरोना के मामले है। जहां एक ओर एक या दो कोरोना के मामले सामने आने से पूरा इलाका स्ट्रीट सील किया जाता था, अब लोग सैकड़ों के संख्या में कोरोना के मामले आने के बाद सब कुछ खोल दिया गया है। पूरी छूट दे दी गई है।
आपको बता दें चेन्नई में अबतक 57 लोगों की मौत हुई है जिसमें रायपुरम जोन में 15 लोगों की मौत हुई है जबकि तिरुविकानगर में 9 मौतें हुई है। दूसरे सबसे अधिक कोरोना वाला इलाका कोडम्बाक्कम में अबतक 4 लोगों की मौत हुई है और 327 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। अबतक अस्पताल में 806 भर्ती है।
देश के दूसरे शहरों में खबरें हैं कि लॉकडाउन के चलते लोगों को अपनी जरूरत का सामान भी मुश्किल से मिल पा रहा है, लेकिन चेन्नई में दूसरे शहरो के मुकाबले अधिक कोरोना के मामले आने के बावजूद लोगों को घूमने, काम-काज करने और दुकानें खोलने की पूरी छूट दे दी गई है। चेन्नई में गारमेंट शॉप, चश्मे, जूते, मोबाइल, ज्वेलरी आदि की दुकानें आम दिनों की तरह खुली हुई हैं। दुकानों पर भीड़ नहीं है, लेकिन लोग छुटपुट खरीदी के लिए आ रहे हैं।
चेन्नई के कई इलाकों में पिछले तीन दिनों से सडक़ों पर जाम देखा गया, जहां वाहनों की करीब आधा किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई थी। टी नगर, अरूम्बाक्कम, चेन्नई सेंट्रल सहित कई इलाकों में भीड़ होने लगी। चेन्नई में रोज सैकड़ों कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। हालांकि फिर भी प्रशासन यहां सख्ती नहीं बरत रहा है। तमिलनाडु में मंगलवार को सामने आए 668 मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या 12,448 पहुंच गई है।