प्रसार को रोकने के लिए ग्रेटर चेन्नई कार्पोरेशन और स्वास्थ्य विभाग एक साथ मिलकर कार्य कर रहा है। प्रकाश ने जनता से बिना लक्षण या हल्के लक्षण के साथ अस्पताल नहीं जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक ही समय में बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं जिससे वहां भीड़ भाड़ उत्पन्न हो जा रही है और डॉक्टरों की समस्या भी बढ़ती जा रही है। लोगों की संख्या अधिक होने की वजह से डॉक्टर इलाज करने में भी असमर्थ हो रहे हैं। निजी अस्पतालों को उनके 50 प्रतिशत बेडों को कोरोना मरीजों के लिए आवंटित करने को कहा गया है।a
उन्होंने कहा कि वर्तमान में महानगर में 16 हजार परीक्षण हो रहे हैं। इसके अलावा 25 हजार अतिरिक्त परीक्षण कराने की भी योजना बनाई गई है। निगम के 200 जोनों में 400 ज्वर शिविर स्थापित किए जाएंगे, ताकि लक्षण वाले लोगों की पहचान की जा सके। स्वयंसेवकों को कंटेनमेंन जोन में निगरानी करने का आग्रह किया जाएगा। उन्होंने लोगों से बिना काम के बाहर निकलने से बचने और बाहर निकलने पर मास्क लगाने और सामाजिक दूरी का पालन करने का भी आग्रह किया।