उम्र के अनुसार साइकिल का अलग-अलग महत्व
बचपन में हम गिरते-पड़ते साइकिल चलाना सीखते हैं। वह दिन हम कभी भूल नहीं सकते हैं। गिरने के बावजूद हमारा साइकिल चलाने का जोश कभी कम नहीं हुआ। उम्र के अनुसार साइकिल का भी अलग – अलग महत्व होता है। बचपन में साइकिल शौकिया तौर पर चलाते हैं। स्कूल जाने के लिए भी विद्यार्थी साइकिल काम में लेते हैं। तो कई लोग साइकिल से अपने काम पर जाते हैं। वक्त के साथ साइकिल की उपयोगिता भी बदल गई और महत्व भी बदल गया है।
– भूपेन्द्र सिंह राजपुरोहित, बिजनसमैन, चेन्नई।