एक होने का आह्वान
कोठारी ने कहा, हमें मांगने के बजाय देने की िस्थति में आना होगा। यह तभी संभव है जब हम एक होंगे, सामूहिक रूप से कार्य करेंगे, बिखराव ही मार रहा है। समाज की सबसे बड़ी कमजोरी बिखराव है। हमें नई पीढ़ी को जोड़ना होगा। हम एक नहीं हैं तो नई पीढ़ी भी एक नहीं होगी। उन्होंने आह्वान किया कि आप भीतर से एक होइए और नई पीढ़ी को भी एक कीजिए। फिर जो आप संकल्प करेंगे हम उसे देशभर में उठाएंगे।
प्रधान संपादक ने कहा, सामूहिक कार्य से स्वरूप बदल जाता है। आपस में बैठें और नई पीढ़ी को जोड़ें, धर्म उनके बूते ही आगे जाएगा। उन्होंने जैन धर्म के भीतर के आपसी अंतर को भी समाप्त करने पर जोर दिया। सभासदों ने उनसे दक्षिण भारत की सियासी हलचल के बारे में भी पूछा। राजस्थान पत्रिका के डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन ने राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकारों में शुमार लोकतंत्र को कैसे मजबूत करें, संबंधी अभियान का उल्लेख करते हुए प्रधान संपादक गुलाब कोठारी की जन गण मन यात्रा की जानकारी दी।
ये थे उपस्थित
संवाद कार्यक्रम में कारोबारियों और विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों के रूप में मोतीलाल भलगट, गौतमचंद चोरडिया, महेंद्र रांका, दामोदर विजयवर्गीय, सुनील पहाड़े, विमल नाहर, निर्मल सिंघवी, विनोद संचेती, अशोक मूथा, सुरेंद्र भंडारी, दर्शन, सत्येंद्र जैन, संजीव कुमार जैन, नैतिक जैन, अविनाश देवड़ा, महेंद्र भंडारी, बाबूलाल बैद, सुशील संचेती, बाबूलाल बेंगानी, कमलचंद भंडारी, हेमन्त भाई, अजय सुराणा और अविनाश जैन मौजूद थे।