तमिलनाडु में भी अन्ना, कामराजर, करुणानिधि, एमजीआर और जयलिलता जैसे महान नेता थे।
रजनीकांत ने कहा तमिलनाडु को छोड़कर पूरे भारत में मोदी की लहर है। राजनीति में जो लोग लहर के साथ उड़ान भरते हैं वे सफल हो जाते हैं लेकिन जो विरोध में होते हैं उनको असफलता ही हाथ लगती है। उन्होंने कहा कि एनडीए की जीत मोदी की जीत है।
यह पूछे जाने पर कि मोदी का जादू तमिलनाडु में क्यों नहीं चला के जवाब में उन्होंने कहा तमिलनाडु में हाइड्रोकार्बन, स्टरलाइट, चक्रवात और नीट जैसे कई गंभीर मुद्दे भाजपा-एआईएडीएमके गठबंधन की असफलता का कारण बने।
सुपरस्टार ने कहा केंद्र सरकार ने नदियों का एकीकरण करने के वादे की शुरूआत कर दी है और जल्द से जल्द परियोजना को लागू कर देना चाहिए। वादे के मुताबिक केंद्र सरकार को कृष्णा-गोदावरी-कावेरी जैसी नदियों के एकीकरण को प्राथमिकता देना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के मुद्दे पर रजनीकांत ने कहा मेरे हिसाब से सफलता हासिल करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी के साथ मिलकर पर्याप्त मेहनत नहीं की।
लेकिन राहुल को अपनी लड़ाई जारी रखनी चाहिए। कांग्रेस जैसी पुरानी पार्टी को चलाना आसान नहीं है। एक युवा नेता को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को संभालना आसान नहीं होता। राहुल गांधी को पद से इस्तीफा देने के बजाय मजबूत होकर पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए क्योंकि लोकतंत्र में सत्तारूढ पार्टी की तरह विपक्ष का भी महत्व होता है।
अगर सत्तारूढ पार्टी मजबूत है तो विपक्ष को भी मजबूत होना चाहिए। नरेंद्र मोदी को करिश्माई नेता बताते हुए रजनीकांत ने कहा प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है और वे समारोह में शामिल होंगे।
साथ ही उन्होंने अभिनेता से नेता बने मक्कल नीदि मय्यम के संस्थापक अध्यक्ष कमल हासन, जिन्हें ४ प्रतिशत वोट मिले हैं, की सराहना करते हुए कहा कि कमल हासन ने पहली बार चुनाव लड़ा और उन्हें ४ प्रतिशत वोट मिले जो बड़ी उपलब्धि है।