बतादें कि चेन्नई कॉर्पोरेशन ने महानगर में सैकड़ों फुटपाथों की चौड़ाई बढ़ा दी है ताकि आमजन सुगमता और सहजता से आवाजाही कर सकें, लेकिन हालत यह है कि महानगर के लगभग सत्तर प्रतिशत से अधिक फुटपाथों पर अभी भी अतिक्रमियों का कब्जा है। इसकी वजह से पैदल यात्री सड़क पर जोखिम लेकर आवाजाही करते हैं, जबकि अतिक्रमी इस फुटपाथ को व्यावसायिक तौर पर इस्तेमाल करते हैं।
स्मार्ट सिटी बनने को उन्मुख टीनगर के उस्मान रोड, मेडली रोड, बर्किट रोड, वेंकट नारायणा रोड, वेंकटाचलम रोड, बाजुल्लाह रोड आदि के फुटपाथों पर अतिक्रमियों का कब्जा है। इन फुटपाथों का अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार प्रशासन ने प्रयास किया लेकिन ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन अब तक इन फुटपाथों को पूर्णरूपेण अतिक्र मणमुक्त कराने में विफल रहा है।
यहां गौरतलब है कि टीनगर में त्यागराया रोड के फुटपाथ को तो स्मार्ट बना दिया गया है, लेकिन उस्मान रोड अभी भी अतिक्रमण की जद में है।