एआईएडीएमके की महापरिषद ने पलानीस्वामी के आगामी चार महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होने के पार्टी के फैसले की शनिवार को पुष्टि कर दी।
सर्वसम्मति से प्रस्ताव
उपनगरीय वानगरम में हुई बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। इस मौके पर पार्टी के समन्वयक एवं उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और संयुक्त समन्वयक और मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने सहयोगियों के साथ सीट-साझा करने के समझौते को तय और अंतिम रूप देने और विजयी चुनावी रणनीति बनाने के लिए एक अन्य प्रस्ताव को मंजूरी दी।
भाजपा का रुख
उल्लेखनीय है कि पलनीस्वामी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने का प्रस्ताव तब आया है जब अन्नाद्रमुक की प्रमुख सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक अलग रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा भाजपा आलाकमान द्वारा की जाने की बात कही।
सहयोगी दल भी तैयार
सूत्रों के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री जी के वासन की अगुवाई वाली तमिल मनिला कांग्रेस (टीएमसी) को छोड़कर अन्नाद्रमुक के अन्य सहयोगी पीएमके और अभिनेता विजयकांत के नेतृत्व वाली डीएमडीके ने भी पलनीस्वामी की अगुवाई में चुनाव लडऩे की सहमति दे दी है। एआईएडीएमके संयोजक पन्नीरसेल्वम और सह संयोजक पलनीस्वामी यह पुष्टि कर चुके हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा के साथ अन्नाद्रमुक का गठबंधन विधानसभा चुनाव में जारी रहेगा।
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द्रविड़ दलों के बीच ही संघर्ष
राज्य विधानसभा चुनाव में राष्ट्रयी दलों की कोई भूमिका नहीं है और यह दो द्रविड़ दलों अन्नाद्रमुक और द्रमुक के बीच सीधी लड़ाई होगी।
केपी मुन्नुसामी, एआईएडीएमके उप संयोजक