तिरुवल्लूवर यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी डा.ए.ज्योति मुरुगन ने भी विचार व्यक्त किए। कॉलेज के प्रिंसिपल डा.आर. रावणन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर कार्यक्रम के प्रायोजक राजस्थानी एसोसिएशन तमिलनाडु के पॉलिटिकल विंग के चेयरमैन एम.सुभाष कोठारी का डा.सी.रंगराजन ने सम्मान किया। इस राष्ट्रीय सेमिनार का उद्देश्य पिछले दिनों हुए संरचनात्मक सुधार उपाय की उलझनों का विश्लेषण करना था ताकि इन बदलावों के नतीजों को अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर तरीके से समझा जा सके।
वक्ताओं का कहना था कि नई आर्थिक नीतियों के कारण आर्थिक विकास दर बेशक दोगुनी हो गई लेकिन ग्रामीण जनसंख्या विकास में भागीदार नहीं बन सकी और अलग थलग होकर हाशिए पर आ गई। कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के संकट पर अत्यधिक बल नहीं दिया जा सका।