-कोष भरने के बेहतर रास्तें ढूंढे
उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मोड़ पर तस्माक की दुकानें खोलती है तो एआईएडीएमके को फिर से सत्ता में आने के सपने नहीं देखने चाहिए। उन्होंने लिखा कि शराब की दुकानों को खोलने के बजाय कोष भरने के बेहतर रास्तें ढूंढे। मद्रास हाईकोर्ट ने कोविड-19 दिशा निर्देशों के उल्लंघन होने के आधार पर राज्य में शराब की दुकानों को बंद रखने का निर्देश दिया था। जिसके बाद तमिलनाडु सरकार शनिवार को राजस्व और वाणिज्यिक गतिविधियों में गंभीर नुकसान का तर्क देते हुए कोर्ट के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्चतम न्यायालय पहुंची थी।