याचिका में कहा कि कावेरी डेल्टा बेल्ट का यह हिस्सा मानसून की विफलता समेत अन्य कारणों से अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। सरकार ने निजी खदान संचालकों को अनुमति दे दी है। 26 किमी के दायरे में नौ खदानें चल रही है। ऐसे में भूजल स्तर काफी नीचे जा चुका है। इसी हिस्से से सिरकाली पंचायत यूनियन की 14 पंचायतों, कोलिडम यूनियन की 7 ग्राम पंचायतों, मइलादुतुरै की 19 ग्राम पंचायतों में पानी का वितरण किया जा रहा है। इस दौरान पानी की सप्लाई आधे घंटे कर दी गई है। ऐसे हालात में भी तिरुचित्रमबालम में रेत खनन की अनुमति दे दी गई है। अगर खदान संचालन की अनुमति दी जाती है तो बांध का निर्माण कार्य प्रभावित होगा। इससे भूजल स्तर में और कमी आने की संभावना बनी रहेगी।