याचिकाकर्ता 2010 से 2013 के दौरान इस छात्रावास में रूका था। तब उसने प्रेसीडेन्सी कॉलेज से बीएससी वनस्पति शा में पूरी की। जब 21 सितम्बर 2019 को उसने छात्रावास को दौरा किया तो अव्यवस्था मिली। छात्रावास के संचालन का जिम्मा तमिलनाडु सरकार पर है। छात्रावास तमिल राजनीतिक राव बहादुर मइल चिन्ना तम्बी राजा के नाम पर है। स्नातक के बाद वे जस्टिस पार्टी में शामिल हुए। 1943 में उनका निधन हो गया। तमिलवनाडु सरकार एमसी राजा के नाम से सइदापेट में इस छात्रावास का संचालन कर रही है।
याचिकाकर्ता के वकील विजेन्द्रन ने तर्क दिया कि छात्रावास की हालत दयनीय है। छात्रावास का रखरखाव नहीं हो रहा।
याचिकाकर्ता ने बजट की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस छात्रावास के लिए बजट की राशि खर्च की जा सकती है। छात्रावास में जगह-जगह कचरा बिखरा है। कंबलों की आपूर्ति नहीं हो रही। खिड़कियां टूटी हुई हैं तो ऑलमारियां भी क्षतिग्रस्त है। जल सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।