प्रो. अमर ज्योति ने अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरणों पर भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए छात्राओं की शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने छात्राओं को हिंदी की उच्च शिक्षा से प्राप्त होने वाले प्रतिष्ठित रोजगार के बारे में भी बताया और कहा देश ही नहीं विदेश में भी हिंदी के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ मंजरी की अध्यक्ष छात्रा लेखना ने शॉल ओढाकर अतिथि का सम्मान किया। छात्रा लवीना ने उनका परिचय दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने महाविद्यालय के भाषा संकाय की समन्वयक डॉ. सुधा त्रिवेदी द्वारा संपादित और बोध प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक ज्ञानांजलि गौरव का विमोचन किया। कार्यक्रम का संचालन व छात्रा आश्रिता सेठी ने संयोजन किया। मंजरी की अध्यक्ष छात्रा भूमिका भंडारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।