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चेन्नई

जीर्णोद्धार के इंतजार में कैवेली लेक

– दस साल पहले डीएमके सरकार में हुई थी कायाकल्प की घोषणा- बनाया जाना था पर्यटन स्थल- केवल चारदीवारी बनाकर छोड़ दिया गया

चेन्नईFeb 28, 2019 / 06:18 pm

P S VIJAY RAGHAVAN

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जीर्णोद्धार के इंतजार में कैवेली लेक

चेन्नई. मेडवाक्कम हाई रोड पर वेलचेरी रेलवे स्टेशन के ब्रिज के पश्चिमी हिस्से में स्थित कैवेली झील वर्षों से जीर्णोद्धार का इंतजार कर रही है। मेन रोड के किनारे स्थित होने के बावजूद यह झील केवल गंदे पानी का तालाब बनी हुई है। इसके पास से गुजरने वाले लोग ही नहीं बल्कि इसके पश्चिमी किनारे पर बसी कॉलोनी के लोग न केवल बदबू से परेशान हैं बल्कि मच्छरों ने भी उनका जीना मुश्किल कर दिया है। इसके बावजूद सरकार का ध्यान इस झील की ओर नहीं जाता।
ज्ञातव्य है कि दस साल पहले डीएमके शासन में मेयर एम. सुब्रमण्यम ने घोषणा की थी कि कैवेली झील का जल्दी ही जीर्णोद्धार कर कायाकल्प किया जाएगा। इसकी चारदीवारी बनाकर इसमें साफ पानी भरा जाएगा और इसे पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। इसके तहत इसमें पर्यटकों के लिए छोटी नावों की व्यवस्था की जाएगी तथा लोगों के तफरीह के लिए स्थान-स्थान पर बेेंचें लगाई जाएगी तथा आसपास पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इससे आमजन को घूमने एवं तफरीह की सुविधा मिलने के साथ ही यहां सफाई रहेगी एवं सरकार को आय भी होगी। इसके बाद हालांकि सरकार ने इस पर काम भी शुरू किया जिससे इसकी चारदीवारी बना दी गई। लेकिन इसके बाद काम बंद कर दिया गया जो आज तक शुरू नहीं हो सका क्योंकि उसके बाद एआईएडीएमके की सरकार आ गई जिसने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
अब गत दस साल से इस झील की सुध ही नहीं ली गई। हालत यह है कि आसपास रहने वाले कॉलोनी वासी अपने घर का कचरा भी इसी में डालते हैं और वेलचेरी से गुजरने वाले नाले का गंदा पानी भी इसी झील में इक_ा होता है जिसकी बदबू से आसपास के इलाकों के लोगों को परेशानी होती है। इसमें चारों ओर जलकुंभी एवं आरे ने भी अपनी जड़ें फैला दी है और चारों ओर कचरा तैरता नजर आता है।
लोगों का कहना है कि मडिपाक्कम में अन्य झीलों का कायाकल्प हो गया लेकिन इस झील की सुध लेने वाला कोई नहीं। यदि इस झील का कायाकल्प होता है तो आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को घूमने एवं छुट्टी के दिन बच्चों को नौकायन करने का मौका मिल सकेगा। साथ ही सरकार को इससे आय भी हो सकेगी।
– इनका कहना है…
डीएमके एवं एआईएडीएमके की राजनीतिक रंजिश का नुकसान यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यह तो जनहित का काम है इसमें राजनीति बीच में नहीं आनी चाहिए। अन्य राज्यों में एक सरकार द्वारा अधूरा छोड़ा गया काम अगली सरकार पूरा करती है तो यहां क्योंं नहीं किया जाता?
मण्यन, मडिपाक्कम
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जन स्वास्थ्य एवं जनहित को ध्यान में रखते हुए सरकार को इस झील का जीर्णोद्धार करना चाहिए। इससे आमजन को न केवल बदबू एवं मच्छरों से निजात मिल सकेगी बल्कि मेन रोड के किनारे होने के कारण इस पर पर्यटकों का आगमन भी अधिक होगा जिससे सरकार को आमदनी होगी।
शिवानी, तिरुवल्लूर नगर
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यदि इस झील का कायाकल्प होता है तो इससे सबसे अधिक फायदा बच्चों को होगा क्योंकि दक्षिणी चेन्नई में एक भी झील ऐसी नहीं है जिसमें बच्चों के नौकायन करने की व्यवस्था हो। इसलिए सरकार को इस झील को पर्यटन स्थल बनाना चाहिए। इतना ही नहीं यहां पर्यटकों का आगमन भी अधिक होगा क्योंकि यह हाईवे के किनारे स्थित है।
– शिवसुंदरम, बाजार रोड, मडिपाक्कम
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