अधिक पढ़े-लिखे बाल अपराधी कम 48 पांचवी तक पढ़े लिखे तथा 7 अनपढ़ थे। अपराध करने वालों में दसवीं से हायर सैकण्डरी तक पढ़े लिखे में 68 थे तो हायर सैकण्डरी से ऊपर पढ़ाई कर चुके केवल 7 अपराधी थे। यानी अधिक पढ़े-लिखे बाल अपराधी कम थे।
646 अपराधी परिवार के साथ रहते थे
पारिवारिक पृष्ठभूमि की अगर बात की जाएं तो 706 में से 646 अपराधी ऐसे थे जो अपने परिवार के साथ रहते थे। इनमें 34 अपने अभिभावकों के साथ रहते थे। वहीं 26 बेघर थे।
रचनात्मक गतिविधियों में प्रेरित करने की जरूरत मनोचिकित्सकों का कहना है कि बाल अपराधियों को काउंसलिंग के माध्यम से भ्रमित होने से बचाया जा सकता है। स्कूली पाठ्यक्रम के दौरान ही विद्यार्थियों को विभिन्न खेलकूद एवं अन्य तरह की रचनात्मक गतिविधियों में अधिकाधिक रूचि लेने के लिए लगातार प्रेरित करने की जरूरत है।