समारोह में नए सत्र में प्रवेश पाने वाली 24 मेधावी छात्राओं को छात्रवृत्ति के पत्र मुख्य अतिथि ने प्रदान किए। उन्होंने पूरे विश्व में शिक्षकों के महत्व, गुणवता, ज्ञान और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए गुरु शिष्य पद्धति का परिचय करवाया। साथ ही कहा एक अच्छे समाज व देश का निर्माण शिक्षकों के हाथ में है अत: सभी अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहं और ईमानदारी से कक्षा की प्रभावशाली शिक्षिकाओं की भूमिका का निर्वहन करें। नवीन शिक्षण पद्धति, सिद्धांत, प्रयोगात्मक विधि से शिक्षा का संचार करें, सिर्फ डिग्री प्राप्त कर नौकरी प्राप्त करना ही अपना ध्येय नहीं रखें। धन्यवाद एंपावरमेंट प्रिंसिपल के. मारीसामी ने ज्ञापित किया।