इस भेंट के बाद वे पत्रकारों से मिले। उन्होंने कहा कि गाजा प्रभावित जिलों में किसानों का समूचा कर्जा माफ किया जाना ही एकमात्र राहत हो सकती है। अगर आप पूछेंगे कि यह मांग हमारी ओर से क्यों की गई है तो इसका यही जवाब है कि हम जनता से जाकर मिले इसलिए हकीकत बयां कर रहे हैं।
कमल हासन ने कहा कि इन जिलों के पेड़ मालिक किसानों को महज नुकसान की भरपाई करने से कुछ नहीं होगा। गाजा तूफान से उनकी जीविका छिन चुकी है। इस दृष्टि से उनकी आजीविका पटरी पर लौटने में सात साल का समय लग जाएगा, लिहाजा किसानों की मांगों को अविलम्ब पूरा किया जाना चाहिए।
कमल हासन ने सरकार पर चुटकी ली कि गाजा तूफान राहत कार्य प्रभावी ढंग से नहीं किया जा रहा का आरोप हमारा नहीं है। यह जनता की आवाज है। सरकार इसे इसी रूप में देखे। हम कभी भी इन मांगों के लिए बीच सडक़ पर उतर सकते हैं।
हमारी पार्टी में हैं अधिक युवा : वासन
गाजा प्रभावित जिलों में जनता को नहीं मिली पर्याप्त राहत
तमिल मानिला कांग्रेस (टीएमसी) के संस्थापक जी. के. वासन का दावा है कि उनकी पार्टी युवाओं की है। उनकी पार्टी में सबसे अधिक संख्या में युवावर्ग है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जी. के. वासन ने कांग्रेस पार्टी से अलग होकर अपने पिता द्वारा स्थापित टीएमसी की फिर से स्थापना की थी। टीएमसी का पांचवां स्थापना दिवस अरियलूर में आयोजित हुआ।
स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए वासन ने कहा कि टीएमसी चुनाव के लिए नहीं बनी है। पार्टी का अपना मकसद और सिद्धांत है। राज्य में सबसे ज्यादा युवा टीएमसी में हैं। उन्होंने कहा कि गाजा प्रभावित जिलों में जनता बड़ी वेदना में है। उनको पर्याप्त राहत नहीं मिल सकी है। इन जिलों में पिछले पंद्रह दिनों से लोगों अंधेरे में भयभीत जीवन काट रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार को मानवीय भावना से कार्य करना होगा। देर से पहुंचाई गई राहत नहीं पहुंचाने के समान है।
वासन ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह जो भी वित्तीय मदद आवंटित करने वाली है उसकी पचास फीसदी राशि तुरंत जारी करे। उनका आरोप है कि राज्य की किसी भी समस्या का केंद्र सरकार ने ठोस समाधान नहीं किया है। गठबंधन को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में टीएमसी प्रमुख ने कहा कि चुनाव के वक्त इस पर निर्णय किया जाएगा।