रविवार को सेलम में 183 अर्धसैनिक बल के जवान और धर्मपुरी और कृष्णागिरि जिलों में 92-92 जवान पहुंचे। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का प्रतिनिधित्व करने वाले जवान पहुंचे हैं। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के नौ कंपनियों की पहली टुकड़ी भी रविवार को मदुरै पहुंची।
तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद मदुरै और इसके आस-पास के क्षेत्रों में बीएसएफ कर्मियों की नौ कंपनियां तैनात की गई हैं। इन बीएसएफ के जवानों को अलग अलग समूहों में तेनकाशी, तुत्तुकुडी और नागरकोईल भेजा गया है। चुनावी ड्यूटी में फॉर्स के आते ही जिलों में सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों को लेकर राज्य के प्रत्येक शहर और विधानसभा क्षेत्र में सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है, ताकि लोग निर्भीक होकर मतदान करें।
चुनावी सुरक्षा इंतजामों में जिले की प्रत्येक विधानसभा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी प्रभारी होंगे। डीएसपी स्तर के अधिकारी सुपरवीजन व्यवस्था देखेंगे। प्रत्येक विधानसभा में अर्धसैनिक की क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) रहेंगी।
तमिलनाडु में सेलम, धर्मपुरी, कृष्णगिरि, नामक्कल और ईरोड जिलों के कलक्टरों ने बैठक बुलाई जिसमें चुनाव पूर्व उपायों को लागू करना शुरू कर दिया है। चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू है, इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी राजनैतिक दलों द्वारा चुनावी संहिता का पालन किया जाता है।