छलकी श्रम की बूंदें , श्रमदान कर जलस्रोतों को सहेजने का दिया संदेश
छलकी श्रम की बूंदें श्रमदान कर जलस्रोतों को सहेजने का दिया संदेश तालाब के कायाकल्प में जुटे प्रवासी तालाब बचाव महायज्ञ में श्रमदान कर दी आहूति -राजस्थान पत्रिका का अमृतं जलम अभियान
चेन्नई. किसी ने हाथ में पावड़ा थामा तो किसी ने तगारी तो कोई हाथ में झाड़ू लिए था। राजस्थान पत्रिका के अमृतम जलम अभियान में भागीदारी निभाते हुए प्रवासियों ने तालाब की सफाई में श्रमदान में हाथ बंटाया।
जल की एक-एक बूंद कीमती है और इसे बचाना जरूरी है। जल संरक्षण के लिए पत्रिका समूह का डेढ़ दशक से चला आ रहा अमृतं जलम अभियान रविवार से तमिलनाडु में शुरू हुआ। पत्रिका के सामाजिक सरोकारों के तहत इस बार पारम्परिक जलोंतो को गहरा करने, उनके संरक्षण एवं जीर्णोद्वार के कार्य किए जा रहे हैं। पत्रिका के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में चेन्नई में प्रवासियों ने श्रमदान कर अभियान की शुरुआत की। राजपुरोहित सेवा संघ एवं राजपुरोहित युवा सेवा संघ के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विभिन्न समाज एवं संगठनों के लोग इस कार्य में प्रमुख रूप से सहभागी बने। साहुकारपेट के कोण्डीतोप स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के पास तालाब की सफाई का कार्य किया गया। इस दौरान तालाब से झाडिय़ों को हटाने, पालीथिन हटाने एवं सफाई का कार्य किया गया। पत्रिका 2004 से इस तरह की मुहिम चला रहा है। मानसून सीजन से पहले जलस्रोंतों का जीर्णोद्धार किया जाता है। जल संरक्षण एवं लोगों में जागरुकता का प्रयास किया जाता है। इस तालाब के खोते अस्तित्व को बचाने के लिए हर कोई लालायित दिखा।
तालाब में श्रमदान कर लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरुक किया। इस मौके पर प्रवासियों ने संकल्प लिया कि वे न तो पानी बर्बाद करेंगे और न ही किसी को पानी बर्बाद करने देंगे।
सभी ने पत्रिका की इस मुहिम की सराहना की। पानी बचाने में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आमजन उत्साहित है। शहरी लोगों को पानी बचाने एवं उसकी बर्बादी रोकने के लिए जागरुक होना होगा। अमृत जलम कार्यक्रम करके बेहद सुखद अनुभूति हुई। इस दौरान तालाब में उगी झाडिय़ों को हटाया गया।
इस अवसर पर राजपुरोहित सेवा संघ चेन्नई के अध्यक्ष अर्जुनसिंह मोहराई ने विश्वास दिलाया कि वे इस तरह के जनहित के कार्य में आगे भी सहभागिता निभाते रहेंगे। संघ के माध्यम से समाजसेवा के कार्य के साथ ही लोगों की जागरुकता की दिशा में काम किया जाएगा।
इस अवसर पर राजपुरोहित ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेशसिंह मादा, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता प्रताप, धनराज, शिवराज, रामसिंह, राजपुरोहित सेवा संघ के जबरसिंह, लक्ष्मणसिंह, डीसी जैन, महेश सिंघल, राजपुरोहित युवा सेवा संघ के राहुलसिंह, भैरूसिंह, शत्रध्नसिंह, दिलीपसिंह, प्रवीणसिंह, देवेनद्रसिंह, संदीपसिह, चन्द्रसिंह, मनीषसिंह समेत अन्य प्रवासयिों ने श्रमदान किया।
अभियान के प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका चेन्नई के मुख्य उपसंपादक अशोकसिंह राजपुरोहित ने राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम अभियान के बारे में जानकारी दी और कार्यक्रम के अंत में जल संरक्षण, पर्यावरण की रक्षा एवं जल ोतों की रक्षा की शपथ दिलवाई।
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रोकनी होगी जल की बर्बादी
राजस्थान पत्रिका की यह पहल सराहनीय है। जल हैं तो जीवन है। जल तभी होगा जब जल के प्राचीन ोंत भी अस्तित्व में रहेंगे। हमेें खुद के साथ ही यदि आने वाली पीढ़ी को यदि खुशहाल देखना है तो जल की बर्बादी रोकनी होगी।
-लक्ष्मणसिंह निमाज, संरक्षक, राजपुरोहित सेवा संघ।
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राजस्थान पत्रिका समूह की ओर से लम्बे समय से पर्यावरण, जल संचय एवं सफाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर लोगों को जागरुक कर रही है। जलों को सुरक्षित व स्वच्छ रखने का अभियान हैं यह।
-टीकमदास वैष्णव, व्यवसायी।
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अभियान प्रेरणादायक
पत्रिका का यह अभियान प्रेरणादायक है। पत्रिका इसके लिए बधाई का पात्र है। इस तरह के अभियान आगे भी चलते रहें। इस तरह के कार्यक्रम पूरे देश में चलाए जाएं तो पूरा देश स्वच्छ हो जाएं। सफाई से बड़ी कोई चीज नहीं।
-रामलाल कुमावत, व्यवसायी।
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