सात साल पहले सतीश कुमार की हत्या के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर वीरा की मंगलवार रात 10 सदस्यीय गिरोह ने गला रेतकर हत्या कर दी। इन दिनों वह फल की दुकान चलाता था। वीरा की हत्या कृष्णा ने कराई जो सतीश का चचेरा भाई था। वीरा जब अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहा था तभी गिरोह ने उसका रास्ता रोका तथा गला रेत कर उसकी हत्या कर दी। गिरोह ने उसके धड़ को घटनास्थल पर ही छोड़ दिया तथा उसके सिर को सतीश के घर के सामने फेंक दिया।
कड्लूर जिले के पुलिस अधीक्षक एम श्री अभिनव ने कहा कि सूचना मिलने पर विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने वीरा की हत्या में शामिल गिरोह के चार सदस्यों को चंद घंटों के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया। इसपर उप निरीक्षक दीपन ने आत्मरक्षा में गोली चलाई जिसमें कृष्णा वहीं ढेर हो गया।
बुधवार सुबह जब चार गिरफ्तार लोगों में शामिल कृष्णा को वीरा की हत्या में प्रयोग में लाए गए हथियार की बरामदगी के लिए घटनास्थल पर लागया गया तो उसने दरांती से उप निरीक्षक दीपन के हाथ और टखने पर हमला कर दिया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में भेजा गया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।