–इस्तेमाल किया जा रहा
राजनीतिक लाभ के लिए कुछ राजनीतिक दलों द्वारा विद्यार्थियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। रजनीकांत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए स्टालिन ने कहा सीएए की वजह से आमजन पर पड़ रहे प्रभाव के बारे में रजनीकांत को पता नहीं है जो काफी चिंताजनक है। आशा है इसके बाद वे अपना बयान बदल लेंगे।
–हस्ताक्षरित सूची राष्ट्रपति को सौंपी जाएगी
सीएए के विरोध में डीएमके और उसके सहयोगी दलों द्वारा आयोजित हस्ताक्षर अभियान के तहत कोवलम में हस्ताक्षर लेने के बाद स्टालिन ने पत्रकारों से यह बात कही। हस्ताक्षर अभियान की यह प्रक्रिया ८ फरवरी तक चलेगी जिसमें डीएमके ने एक करोड़ हस्ताक्षर लेने की योजना बनाई है। यह हस्ताक्षरित सूची राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को सौंपी जाएगी।