कोर्ट में सुनवाई के बाद इन आरोपियों को ३१ जुलाई तक के लिए कानूनी हिरासत में भेजा दिया गया।
गौरतलब है कि १२ साल की दिव्यांग बच्ची को अपार्टमेंट में रहने वाले और वहां काम करने वाले लोगों ने अपनी हवश का शिकार बनाया था।
यह सिलसिला पिछले सात महीने से चल रहा था। मामले की जानकारी तब हुई जब बच्ची ने इसके बारे में अपनी मां को बताया। उसके बाद नाबालिग की मां ने पुलिस में मामले की शिकायत की। जिसके बाद १७ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और बच्ची को मेडिकल जांच के लिए भेजा। इन आरोपियों के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की गई है। आरोप है कि आरोपी बच्ची को कुछ चीजों का लोभ देकर कोल्ड ड्रिंक व अन्य खाने की चीजों में नशीला पदार्थ मिलाकर उसका शोषण करते थे।