एसोसिएशन ने कहा कि जिन लोगों को स्टोर खोलने की अनुमति मिली है, वे उनके मुकाबले कहीं अधिक बेहतर ढंग से सुरक्षा नियमों का पालन करने में सक्षम हैं।
एसोसिएशन के अनुसार, राज्य के शोपिंग मॉल्स ४० हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजागार दे रहा है। शोपिंग सेंटर से सालाना १५००० करोड की बिजनेस होता है। फॉरम, मॉल्स, हॉस्पिटल और बिजनेस एक्सपेंशन के कार्यकारी निदेशक सुरेश सिंगारावेलू ने बताया कि इस समय लोगों को कई तरह के उत्पाद चाहिए और उनके सभी शॉपिंग सेंटर्स में इस मांग को पूरा करने की क्षमता है। लोग भी बाहर जाने के इच्छुक हैं।
ऐसे में उनको अपने मॉल खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। एससीएआई को उम्मीद है कि सरकार लोगों के रोजगार की सुरक्षा के लिए शॉपिंग सेंटर्स इंडस्ट्री को समर्थन देने पर विचार करेगी और उचित समाधान प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक मजबूती के लिए ग्रीन जोन्स में शॉपिंग मॉल को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। मॉल्स भी उतना ही सुरक्षित हैं, जितने कि वे कारोबारी संस्थान, जिनको खोलने की अनुमति प्रदान की गई है।