मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा अपने ध्येय और धारणा दोनों को आत्मा में स्थापित कर लिया जाए तो सफलता में संदेह नहीं जानना चाहिए। खेलकूद और व्यायाम मनुष्य जीवन में भोजन की तरह आवश्यक है। साहस और प्रयास मनुष्य जीवन की असली पूंजी है जिसके माध्यम से किसी भी मुकाम तक आसानी तक पहुंचा जा सकता है।
इस मौके पर खेलकूद की कई प्रतियोगिताएं हुई जिनमें 400 मीटर , 800 मीटर रिले रेस, बास्केट बाल, थ्रो बाल, फुटबाल का प्रदर्शन सराहनीय रहा। इनडोर गेम्स में चैस, कैरम प्रमुख रहे। छात्राओं ने योगा प्रदर्शन और एरोबिक्स के माध्यम से विभिन्न मुद्राओं की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी।
प्रतियोगिताओं में विजेता छात्राओं को मुख्य अतिथि ने प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक के साथ कप प्रदान किया। साथ ही 5 छात्राओं को सालभर खेलकूद में योगदान के लिए सम्मानित किया गया जिनमें बेस्ट स्पोर्ट्स सेक्रेटरी, बेस्ट कराटे, बेस्ट एनसीसी कैडेट, बेस्ट आरडीसी और बेस्ट योगा शामिल थे।
महाविद्यालय से राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने वाली छात्राओं पी. मोनिशा, जेएन सरस्वती और पी. सुचित्रा को राष्ट्रीय खिलाड़ी के खिताब के साथ पुरस्कृत किया गया। इंडिविजुअल चैंपियन ट्रॉफी छात्रा जीवनेश्वरी और सुचित्रा को दी गई। ओवरऑल शील्ड केमिस्ट्री, फिजिक्स, बीबीए और आईडीडी को संयुक्त रूप में दी गई। धन्यवाद खेलकूद सचिव अर्चना ने ज्ञापित किया।