इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ मंत्री और मदुरै के सांसद एस. वेंकटेशन और डीएमके विधायक भी मौजूद थे। चूंकि राज्यभर में कोविड की दूसरी लहर चल रही है, इसलिए सरकार ने तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों के उप-शहरी और गांवों में वायरस को रोकने के लिए विभिन्न एहतियाती उपायों का आदेश दिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गुरुवार को सेलम, तिरुपुर, कोयम्बत्तूर, मदुरै और तिरुचि जिलों के लिए अपने दो दिवसीय दौरे की शुरूआत की थी। तिरुपुर के नेताजी अपरेल पार्क में उन्होंने 18 और उससे अधिक उम्र वालों के लिए कोरोना वैक्सीन देने की शुरूआत की थी। स्टालिन ने जिला कलक्टर के. विजया कार्तिकेयन के साथ बैठक कर जिले में कोरोना की स्थिति और नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा भी की।
अपने दौरे को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बैनर और पार्टी झंडा नहीं लगाने की अपील की है। जिसके बाद कार्यक्रम स्थल समेत अन्य जगहों पर मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए किसी प्रकार का बैनर नहीं लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद स्टालिन का यह पहला आधिकारिक दौरा है। जिलों का दौरा कर मुख्यमंत्री कोरोना से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही स्टालिन ने स्पष्ट किया है कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं कर पाएंगे। इसलिए कोई भी कार्यकर्ता मुझसे मिलने या बधाई देने की कोशिश ना करें।