–अन्य राज्यों ने प्याज की कीमत को ४० रूपए प्रति किलोग्राम करने को लेकर कदम उठाया
यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा वेस्ट बंगाल, आंध्र प्रदेश, ओडि़षा और तेलंगाना समेत कई अन्य राज्यों ने प्याज की कीमत को ४० रूपए प्रति किलोग्राम करने को लेकर कदम उठाया है। लेकिन तमिलनाडु सरकार ने इस ओर अब तक किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया। वहीं राज्य के खाद्य मंत्री का कहना है कि प्याज को राज्य के राशन की दुकानों पर बेचा जा रहा है। अगर यह सच है तो राज्य की जनता कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि की शिकायत क्यों कर रही है? स्टालिन ने कहा अगर राज्य सरकार ने सब्जियों, विशेषकर प्याज, की बढ़ती कीमतों पर तत्काल रोक लगाने के उपाय नहीं किए तो जनता का समर्थन खो देगी।
–सत्ता में वापसी के लिए प्याज की बढ़ती कीमतों का उपयोग किया
उन्होंने दावा किया कि प्याज की कीमतों की वजह से बहुत सारी सरकारें गिर चुकी हैं। वर्ष १९८० में देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने सत्ता में वापसी के लिए प्याज की बढ़ती कीमतों का उपयोग किया था। इसके अलावा १९९८ में प्याज की बढ़ी कीमतों की वजह से भाजपा सरकार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में विफल हो गई थी। उल्लेखनीय है कि चेन्नई में गत शनिवार को प्याज की कीमत १८० रूपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया था, जबकि छोटा प्याज २०० रूपए तक बेचा गया। इसके अलावा रविवार को प्याज का दाम भी आसपास ही रहा। प्याज की बढ़ती कीमतों की मार राज्य की जनता को झेलनी पड़ रही है।