लेकिन फिर भी मजदूरी संशोधन वाले मुद्दे पर सरकार अभी भी कोई निर्णय नहीं ले पाई है। उन्होंने कहा कि वे लोग अपनी मांगों को पूरा करने के लिए ही नहीं बल्कि जनता की भलाई के लिए ही हड़ताल पर उतरे हैं। ताकि सरकार परिवहन विभाग को पर्याप्त राशि प्रदान करे और बसों की मरम्मत कर जनता को अच्छी सेवा प्रदान की जा सके।
सरकार पर मजदूरी में कटौती वाले पैसों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए यूनियन ने कहा परिवहन यूनियन का काम तो खतरनाक है लेकिन मजदूरी काफी कम है। आशा है कि आम जनता हमारी परेशानियों को गंभीरता से समझेगी। इसी बीच विभिन्न पार्टी के नेताओं ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत नहीं करने का आरोप लगाते हुए परिवहन मंत्री एम.आर. विजयभास्कर की सख्ती से आलोचना की। गौरतलब है कि वेतन संबंधी मुद्दों को लेकर यूनियन द्वारा गुरुवार शाम से अचानक से हड़ताल शुरू की गई थी। यूनियन द्वारा सरकार से न्यूनतम वेतन के रूप में १९.५०० और उनके वेतन से कटौती कर एकत्रित किए गए ७ हजार करोड़ वापस करने की मांग की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
परिवहन कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा किए जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एडपाड़ी के. पलनीस्वामी ने सचिवालय में उच्च अधिकारियों के साथ आपातकालिन बैठक कर हालातों का जायजा लिया। सूत्रों के अनुसार बैठक में शामिल राज्य परिवहन मंत्री एम.आर. विजयभास्कर, परिवहन सचिव सहित अन्य उच्च अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को हालातों के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से आम जनता को प्रत्येक सुविधा सुनिश्चित कराने का आग्रह किया। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में एम.आर विजयभास्कर ने कहा कि सरकार अन्ना तोझिर संगम (सत्तारूढ़ ट्रैड यूनियन के सदस्य) के सदस्यों द्वारा बसों का संचालन करा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तावित वेतन वृद्धि को स्वीकार कर परिवहन कर्मचारियों को काम पर लौट जाना चाहिए। भारी वित्तीय बोझ के बावजूद भी सरकार कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि आम जनता की परेशानियों को देखते हुए अस्थाई चालकों और कंडक्टरों द्वारा बस संचालित करने की ओर भी कदम उठाया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करे सरकार
चेन्नई. अभिनेता कमल हासन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री एडपाड़ी के. पलनीस्वामी से परिवहन कर्मचारियों से बातचती कर उनके द्वारा जारी प्रदर्शन को खत्म करने का आग्रह किया। यहां एक ट्वीट में उन्होंने कहा मुख्यमंत्री को हड़ताल की वजह से आम जनता द्वारा उठाए जा रही परेशानियों और प्रदर्शनकारियों की मांगों पर विचार करते हुए तत्काल में बातचीत करनी चाहिए।
अगर सरकार सौहार्दपूर्ण समाधान निकालती है तो राज्य सरकार की ओर से कर्मचारियों के लिए पोंगल पर यह सबसे बेहतरीन उपहार होगा। गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को कमल हासन ने सत्तारूढ़ और दिनकरण पर आर.के. नगर विस के मतदाताओं में रिश्वत देने का आरोप लगाया था।
बदमाशों ने बसों को किया क्षतिग्रस्त
राज्यभर में ट्रांसपोटरों की हड़ताल की वजह से अधिकांश इलाकों में लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। जिन इलाकों में बसें चली वहां असामाजिक तत्वों ने बस को नुकसान पहुंचाकर बसों के परिचालन को बाधित करने का प्रयास किया। पूरे चेन्नई महानगर में शुक्रवार को केवल ३१ प्रतिशत बसें ही सडक़ों पर चली। कोयम्बेडु बस टर्मिनल में कर्नाटक की बस को कुछ लोगों ने रास्ता रोककर उसके शीशे तोड़ दिए। वहीं अयनावरम के पास २० एमटीसी बस जो विल्लीवाक्कम से ब्रॉडवे जाती है उसे ब्रॉडवे के पास कुछ लोगों ने रास्ता रोका और बस के शीशे पर पथराव शुरू कर दिया।
घटना के बाद बस व कंडक्टर किसी प्रकार से बस को डिपो ले जाने में कामयाब हुए। वहीं बस सवार लोगों को इसकी वजह से खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पूझल माधावरम हाई रोड पर कुछ लोगों ने एमटीसी बस को रोककर उसका शीशा तोड़ दिया। तीनों घटना की शिकायत संबंधित पुलिस थाने में की गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
हड़ताल को खत्म करने के लिए सरकार जल्द उठाए कदम
डीएमके कार्यकारी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने शुक्रवार को राज्य सरकार से खराब स्थिति उत्पन्न होने से पहले ही परिवहन कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को खत्म करने के लिए सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने का आग्रह किया। यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा परिवहन कर्मचारियों द्वारा जारी प्रदर्शन के बीच राज्य सरकार आईएडीएमके सदस्यों द्वारा बसों का संचालन करा रही है, जो कि स्थिति को और भी गंभीर कर सकता है। ऐसे कृत्यों का सहारा नहीं लेने का आग्रह करते हुए स्टालिन ने कहा आम जनता के भलाई के लिए सरकार को जल्द से जल्द कुछ कदम उठाना चाहिए।
स्टालिन ने कहा यूनियन द्वारा की जा रही मांग सामान्य है। ऐसे में उनके साथ बातचीत कर कुछ हल निकालने के बजाय मंत्री कह रहे है कि उनके पास मांगों को पूरा करने के लिए पैसे नहीं है। जिसके परिणाम स्वरूप लगभग सभी बसें ठप्प कर दी गई हैं। इसी बीच तमिल फिल्म प्रोड्यूसर्स काउंसिल के अध्यक्ष और साउथ इंडिया आर्टिस्ट्स एसोसिएशन के महासचिव अभिनेता विशाल ने कहा बस कर्मचारियों द्वारा जारी प्रदर्शन की वजह से पूरे राज्य के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। उन्होंने राज्य सरकार से तत्काल में कदम उठा कर बस हड़ताल को खत्म करने का आग्रह किया। पीएमके प्रमुख एस. रामदास ने कहा हड़ताल के कारण राज्य की जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सरकार अपने निर्णय पर अड़ी है और लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। सीपीआई (एम) सहित कई अन्य पार्टी के नेताओं ने भी सरकार से कदम उठाने का आग्रह किया।