इतना ही नहीं बल्कि शनिवार को तीन बजे तक दुकान खुलने की अनुमति देने की घोषणा भी काफी देर में की गई और इससे पता चलता है कि सत्तारूढ़ पार्टी के लोग ही भ्रम में थे। उन्होंंने कहा कि जनता अब जानना चाहती है कि अनुभवी नौकरशाह लोग मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को सही निर्णय लेने को लेकर मार्गदर्शन क्योंं नहीं कर रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार, नौकरशाहों और जिला प्रशासन से समन्वित तरीके से काम करने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के प्रसार में तेजी से हो रही वृद्धि को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार शाम को राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि चेन्नई समेत पांच जिलों में रविवार से चार दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन रहेगा।