मीडिया रिपोर्ट और क्षेत्र निरीक्षण के माध्यम से यह समझा गया कि लोगों ने मास्क लगाना और सामाजिक दूरी का पालन करने समेत कोविड 19 प्रोटोकॉल में शामिल अन्य नियमों की परवाह नहीं की। विदेशों में एक बार फिर से कोरोना की रफ्तार तेज हो गई है। स्थिति को सामान्य करने के लिए कोरोना बचाव उपाय करने की सख्त जरूरत है। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है।
उल्लखनीय है कि सरकार का यह निर्णय उस वक्त सामने आया है जब भाजपा अपनी प्रस्तावित वेल यात्रा के आयोजन की लगातार मांग कर रही है। सरकार द्वारा अनुमति नहीं होने के बावजूद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एल. मुरुगन के नेतृत्व में रैली का आयोजन किया जा रहा है। पुलिस ने मुरुगन समेत पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को कई बार गिरफ्तार भी कर लिया है।