मेट्रोपॉलिटियन ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन ने यात्रियों की शिकायतों के आधार पर पहले ही इन बस स्टैंड की मरम्मत का काम शुरु कर दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि जिसमें अन्ना नगर और इय्यापाथांग्गल बस डिपों का काम लगभग पूरा होने वाला है।
बस डिपो की सडक़ की मरम्मत, स्टैंड में पड़े हुए स्पेयर पार्ट को हटाना, छत की मरम्मत, पेंटिंग और कर्मचारियों के लिए शौचालय के काम हो गए हैं। पार्किंग को सुरक्षित बनाने के लिए कांक्रीट के स्पीड ब्रेकर बनाए गए है जिससे वडपलनी जैसी घटना को रोका जा सके।
उल्लेखनीय है कि वडपलनी में बस डिपो की इमारत में रिवर्स ले रही बस के दीवार तोडक़र भीतर घुस जाने से सोते हुए दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। इस दुघर्टना के बाद सरकार ने राज्य भर के 320 बस डियो की सुरक्षा स्थिति की जांच करवाई थी।
बैठक में छात्रों को मुफ्त बस पास, नई इलेक्ट्रिक बसों पर भी चर्चा हुई। केंद्र की फास्टर एडाप्शन एंड मैनुफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रीड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स फम टू योजना के तहत मदुरै, सेलम, तंजावुर और अन्य दूसरी श्रेणी के शहरों के लिए 525 ई बसों को स्वीकृति दी गई है।
2,123 अन्य ई-बसें जर्मनी की वित्तीय सहायता से खरीदी जाएंगी। ये बसें चेन्नई के बाहर के जिलों में संचालित की जाएगी। इसके साथ ही राज्य सरकार दिव्यांगों के लिए अनुकूल बसें चलाने के लिए भी विचार कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह ट्रायल प्रदर्शन आयोजित किया गया था। ऑटो मोबाइल रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया एआरएआई की मंजूरी मिलने के बाद इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।