scriptखेल-खेल में अटकी मासूम की जान, फिर कैसे बचे प्राण, जानिए… | The life of the innocent stuck in the game, how to save the life, know | Patrika News

खेल-खेल में अटकी मासूम की जान, फिर कैसे बचे प्राण, जानिए…

locationचेन्नईPublished: Sep 12, 2021 12:46:21 am

Submitted by:

satyendra porwal

दो साल केे बच्चे के गले में फंसा सिक्का, सर्जरी से निकालातिरुवण्णामलै (चेन्नई). खेल-खेल में दो साल के बच्चे के गले में एक रुपए का सिक्का अटक गया। सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने विशेष सर्जरी करके गले से सिक्का निकालकर बच्चे की जान बचाई। तब जाकर बच्चे के माता-पिता की घबराहट कम हुई।
 

खेल-खेल में अटकी मासूम की जान, फिर कैसे बचे प्राण, जानिए...

खेल-खेल में अटकी मासूम की जान, फिर कैसे बचे प्राण, जानिए…

जिले के एडपालयम के रहने वाले लोकनाथन के बेटे मिथुन ने खेल-खेल में शुक्रवार को सिक्का गटक लिया। गले में अटके सिक्के से मिथुन का आहार-पानी रुक गया। लोकनाथन उसे स्थानीय अस्पताल ले गए, जहां से मिथुन को तिरुवण्णामलै जीएच रैफर किया गया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मिथुन के एक्सरे में सिक्का दिखाई दिया जो आहार नाल के प्रवेश द्वार पर अटका दिखाई दिया।
लैरिंगोस्कॉपी से बची जान
ईएनटी विभाग प्रमुख डॉ इलंचेझियन, विशेषज्ञ डॉ कमलकृण्णन की टीम ने सर्जरी का निर्णय किया। एनेस्थेसियोलॉजिस्ट आनंदराज और युवराज ने एनेस्थेसिया दिया। ऑपरेशन थिएटर में लैरिंगोस्कॉपी से गले से सिक्का निकाला गया। मिथुन शुक्रवार रात आईसीयू में चिकित्सकों की निगरानी में रहा और शनिवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया। बच्चे के माता-पिता के अनुसार वह सामान्य है।
लापरवाही नहीं बरतेंं…
छोटे बच्चों के माता-पिता बराबर निगरानी रखें। थोड़ी सी चूक और लापरवाही जानलेवा हो सकती है। ऐसे कई दृष्टांत सामने आते हैं जब बच्चे सिक्के निगलने सरीखी घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में इन चीजों को बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
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