इसके अलावा कर्नाटक सरकार ने नए तमिल स्कूल को खोलने को लेकर मंजूरी भी नहीं दी थी। पलनीस्वामी ने कहा कि स्थिति को गंंभीरता से लेते हुए मै तमिल भाषाई लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह करता हूं। इसके अलावा मै आपसे नए स्कूलों को पहचान और खोलने की मंजूरी देने का भी आग्रह करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक के सर्वांगीण आर्थीक विकास में तमिलों का हमेशा से महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विशेष रूप से तमिलों ने कोलार गोल्ड माइंस, हट्टी गोल्ड माइंस, सैंडूर मैंगनीज माइंस और चिकमंगलूर और मेंगलोर में कॉफी एस्टेट विकसित करने में बहुत योगदान दिया है।
इतना ही नहीं बल्कि निर्माण और कृषि क्षेत्र में भी उनका बहुत बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कर्नाटक में रहने वाले तमिलों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक सरकार ने पिछले कई सालों में राज्य के विभिन्न जिलों में तमिल स्कूल खोले थे। कर्नाटक सरकार ने ही इन योजनाओं को मंजूरी देकर वित्तीय मदद भी प्रदान की थी। स्थिति को देखते हुए मै आपसे हाल ही में बंद किए गए स्कूलों को फिर से खोलने और उसमें तमिल शिक्षकों को भर्ती करने का आग्रह करता हूं।