इसके अलावा भी पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की सभी चल-अचल संपत्तियों को सूचीबद्ध किया गया है। गौरतलब है कि राज्य सरकार जयललिता के निवास स्थान वेदा निलयम को स्मारक बनाने जा रही है। इसी कारण सरकार ने सभी संपत्ति को अधिग्रहित किया है, जिसमें जयललिता के कपड़े, किताबों के अलावा निजी उपयोग की कई बहुमूल्य वस्तुएं भी शामिल है।
राज्य सरकार चल और अचल संपत्तियों को पुरैची थलैवी डॉ जे. जयललिता मेमोरियल फाउंडेशन को हस्तांतरित करेगी, जिसे वेद निलयम को स्मारक में बदलने की व्यवस्था बनाने के लिए बनाया जाना है। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी करेंगे।
ज्ञातव्य है कि एआईएडीएमके सुप्रीमो और दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता पोइस गार्डन स्थित तीन मंजिला इमारत वेदा नियलम में रहती थी। लंबी बीमारी के बाद दिसंबर 2016 में निधन हो गया था। तमिलनाडु सरकार ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के आवास वेदा निलयम का अधिग्रहण करने के लिए हाल ही में चेन्नई की दीवानी अदालत में 67 करोड़ रुपए भी जमा कराए थे।
इस बीच यह भी खबर है कि स्मारक बनाए जाने के राज्य सरकार के फैसले को जयललिता की भतीजी जे दीपा और भतीजा चुनौती दे सकते हैं क्योंकि दोनों ही संपत्ति पर अधिकार का दावा किया है और मद्रास हाईकोर्ट ने उन्हें क्लास-दो का वैध उत्तराधिकारी घोषित किया है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि 36.9 करोड़ रुपए आयकर और संपत्ति कर बकाया चुकता करने में भुगतान किया जाएगा। जयललिता पर यह राशि आयकर विभाग की बकाया है। भुगतान कर देने के बाद इसकी राह की सभी रुकावटें दूर हो जाएंगी।
सत्ताधारी AIADMK ने कहा कि पार्टी पर 0.55 एकड़ में फैली संपत्ति को स्मारक में बदलने की जवाबदेही और उसका अधिकार है। मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी ने 2017 में सत्ता संभालने के बाद इसकी घोषणा की थी। पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की लंबी बीमारी के बाद दिसंबर 2016 में निधन हो गया था।